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Pradhan Mantri- Ayushman Bharat Health Infrastructure Mission (PM-ABHIM) क्या है ?

P Sharma

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Pradhan Mantri Ayushman Bharat Health Infrastructure Mission (PM-ABHIM) भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसका शुभारंभ अक्टूबर 2021 में हुआ, जिसका उद्देश्य देश के स्वास्थ्य सेवा संरचना को मजबूती प्रदान करना है। यह योजना 2021-22 से 2025-26 तक की अवधि के लिए प्रस्तावित है और इसका कुल बजट लगभग 64,180 करोड़ रुपये है। PM-ABHIM प्रमुख रूप से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य सुविधाओं का संवर्धन करता है, जिससे सभी वर्गों को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध हो सके

योजना का उद्देश्य और महत्व
PM-ABHIM का मुख्य उद्देश्य है स्वास्थ्य अवसंरचना की वर्तमान कमियों को दूर करना तथा एक मजबूत, तकनीकी रूप से सशक्त और व्यापक स्वास्थ्य सेवा तंत्र तैयार करना। इसके अंतर्गत निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्य शामिल हैं:

  • स्वास्थ्य केंद्रों, उप-केंद्रों, जिलास्तरीय अस्पतालों और राष्ट्रीय स्तरीय संस्थानों की स्थापना एवं सुदृढ़ीकरण।
  • एक समन्वित और IT-आधारित रोग निगरानी और निदान प्रणाली का विकास।
  • कोविड-19 जैसी महामारी तथा अन्य संक्रमणकारी रोगों के प्रति तैयारियों में वृद्धि।
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए अनुसंधान को बढ़ावा देना और ‘वन हेल्थ’ दृष्टिकोण को विकसित करना।
  • निजी स्वास्थ्य क्षेत्र पर निर्भरता कम करते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को बड़ाना।

प्रधान योजना घटक
PM-ABHIM के अंतर्गत कई घटक शामिल हैं जो संयुक्त रूप से एक समग्र स्वास्थ्य सेवा प्रणाली तैयार करते हैं:

  1. आयुष्मान भारत स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र (AB-HWCs): लगभग 15,000 से अधिक भवन रहित उप-केंद्र, 11,000 से अधिक शहरी स्वास्थ्य केंद्र, और हजारों ब्लॉक स्तरीय सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों की स्थापना।
  2. रोग निगरानी और निदान सुविधाएं: जिलेवार सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाएं, ब्लॉक स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयां एवं जांच सुविधाएं जो त्वरित और विश्वसनीय रिपोर्टिंग सुनिश्चित करें।
  3. अनुसंधान एवं विकास: राष्ट्रीय विषाणु संस्थान, बायोसेफ्टी लेवल -3 प्रयोगशालाओं का विस्तार, और बीमारियों के प्रबंधन हेतु नए तकनीकी शोध।
  4. आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं: कंटेनर आधारित मोबाइल अस्पताल तथा क्षेत्रीय नियंत्रण केंद्र, जो किसी भी स्वास्थ्य आपदा में त्वरित मदद मुहैया कराएं।
  5. स्वास्थ्य प्रणाली का डिजिटलीकरण: रोगियों, डॉक्टरों, अस्पतालों एवं सरकार के बीच सूचना का आदान-प्रदान सुचारू रूप से हो सके, इसके लिए हेल्थ IT इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण।

लाभ और प्रभाव

  • स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच हर गांव और शहर के प्रत्येक नागरिक तक आसान होगी।
  • सस्ते और गुणवत्तापूर्ण उपचार की सुविधा बढ़ने से गरीब-वर्ग के लिए चिकित्सा खर्च में कमी आएगी।
  • केंद्रीय और राज्य सरकारों के बीच सहयोग से स्वास्थ्य सेवाओं का समन्वित विस्तार।
  • भविष्य की महामारियों के प्रबंधन और रोकथाम के लिए तैयार हेल्थ सिस्टम।
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य में बेहतर शोध एवं विकास से रोग निवारण में सुधार।
  • डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड, टेलीमेडिसिन जैसी सुविधाएं लोगों के लिए सुलभ होंगी जिससे समय और पैसे की बचत होगी।

कार्यान्वयन और राज्य सरकार की भूमिका
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा इस मिशन का समन्वय किया जा रहा है, परन्तु सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल राज्य सरकारों के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। इसलिए राज्य सरकारों को तकनीकी एवं वित्तीय सहायता प्रदान कर योजना के सफल क्रियान्वयन को सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रत्येक राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार योजना के तहत परियोजनाओं को लागू करना होता है। योजना का प्रभावी कार्यान्वयन सभी स्तरों पर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, विशेषज्ञ कर्मी तैयार करने और समर्पित स्वास्थ्य संसाधन उपलब्ध कराने पर निर्भर करता है।

चुनौतियाँ और भविष्य की दिशा
हालांकि PM-ABHIM स्वास्थ्य क्षेत्र में सतत सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, इसमें कुछ चुनौतियाँ भी हैं जो दूर करनी आवश्यक हैं:

  • योजना की व्यापकता के कारण संसाधनों का सही और पारदर्शी उपयोग सुनिश्चित करना जरूरी है।
  • उच्च गुणवत्ता वाले चिकित्सकीय सेवाओं और विशेषज्ञ जनशक्ति की उपलब्धता।
  • ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में बुनियादी ढाँचे का समय पर निर्माण।
  • राज्य सरकारों के बीच समन्वय और योजनाओं का पूर्ण कार्यान्वयन।

इन चुनौतियों का सामना करते हुए, सरकार सतत प्रयासरत है ताकि भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को न केवल मजबूत बनाया जा सके, बल्कि विश्वस्तरीय बनाया जा सके। भविष्य में डिजिटल स्वास्थ्य सेवा, स्वास्थ्य अनुसंधान एवं नई तकनीकों के समावेश के ज़रिए मिशन और अधिक कारगर बनाया जाएगा।

निष्कर्ष
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांतिकारी पहल है, जिसके माध्यम से सभी नागरिकों को बेहतर, सस्ती, और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना संभव होगा। यह मिशन केवल स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता बढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि देश को भविष्य की स्वास्थ्य आपदाओं के लिए तैयार करने का भी एक मजबूत आधार तैयार करता है। सरकार द्वारा इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के प्रयास सुनिश्चित करेंगे कि भारत हर नागरिक के लिए स्वस्थ और समृद्ध राष्ट्र बने।

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